भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर हालात तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। हाल ही में भारतीय सेना द्वारा किए गए "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है। इसका असर अब भारत के चार प्रमुख सीमावर्ती राज्यों—गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर—में साफ दिखाई दे रहा है। सुरक्षा तैयारियों को परखने और नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों से अवगत कराने के उद्देश्य से 29 मई 2025 को इन चारों राज्यों में बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।
यह मॉक ड्रिल भारत की सुरक्षा नीति का एक अहम हिस्सा है, जिसे हाल ही में हुए सैन्य ऑपरेशन और सीमा पर बढ़े तनाव को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि सीमावर्ती इलाकों में किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके। यही कारण है कि इस ड्रिल में राज्य पुलिस, सशस्त्र बल, मेडिकल टीमें, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।
ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, ने पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकी नेटवर्क और उनके हैंडलरों को तगड़ा संदेश दिया है। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान के उच्च सैन्य और राजनैतिक गलियारों में भारत की सैन्य शक्ति और प्रतिक्रिया क्षमता को लेकर गंभीर मंथन शुरू हो गया है। पाकिस्तान की तरफ से बढ़ती सैन्य गतिविधियों और संभावित जवाबी हरकतों को लेकर भारत अब पूरी तरह सतर्क हो गया है।
29 मई को होने वाली मॉक ड्रिल में कई अहम गतिविधियाँ शामिल होंगी। इसमें एयर रेड सायरन, ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की आपातकालीन निकासी, राहत एवं बचाव कार्यों की नकली स्थिति और आपदा प्रबंधन की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा, स्थानीय नागरिकों को भी इस अभ्यास में भाग लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है ताकि उन्हें वास्तविक खतरे की स्थिति में सही कदम उठाने की जानकारी हो।
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर किसी भी स्थिति में पाकिस्तान की तरफ से कोई आक्रामक कार्रवाई होती है या आतंकी घुसपैठ का प्रयास किया जाता है, तो भारत न सिर्फ उसका मुंहतोड़ जवाब दे सके, बल्कि अपने नागरिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सके। यह मॉक ड्रिल यह भी दर्शाता है कि भारत अब किसी भी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई के मूड में नहीं है।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब भारत ने सीमा पर सुरक्षा ड्रिल का आयोजन किया है, लेकिन इस बार का माहौल पहले से कहीं ज्यादा गंभीर और संवेदनशील है। देश की सुरक्षा एजेंसियां हर एक गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं और पाकिस्तान की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। साथ ही, आम नागरिकों को भी समय-समय पर जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है ताकि अफवाहों और घबराहट से बचा जा सके।
भारत की ओर से यह मॉक ड्रिल केवल सैन्य अभ्यास नहीं है, बल्कि यह एक कड़ा संदेश भी है कि अब देश की सीमाएं पहले से कहीं अधिक मजबूत, जागरूक और सुसज्जित हैं। अगर दुश्मन देश किसी भी प्रकार की साजिश रचने की सोचता है, तो भारत उसे करारा जवाब देने के लिए तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत अब ऑपरेशन सुरक्षा के नए अध्याय की ओर बढ़ चुका है, और यह मॉक ड्रिल उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।