प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन: आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति 'ऑपरेशन सिंदूर'

12 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ नई नीति की घोषणा की। इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति का उल्लेख किया, जिसमें 'ऑपरेशन सिंदूर' को एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में पेश किया गया। इस नीति के तहत भारत ने आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जो अब भारत की आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में नई दिशा को दर्शाता है।



प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि यदि भारत पर आतंकवादी हमला होता है, तो भारत आतंकवाद की जड़ों को ढूंढकर उन्हें वहीं सजा देगा, चाहे वे जड़ें कहीं भी हों। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब आतंकी मास्टरमाइंड और उन्हें समर्थन देने वाली सरकारों में कोई फर्क नहीं करेगा। यह बयान भारत के नए दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें अब आतंकवादियों और उनकी समर्थन देने वाली सरकारों के खिलाफ बिना किसी संकोच के कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद, अब 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत की घोषित नीति के रूप में पेश किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 'New Normal' के रूप में संदर्भित किया, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ इस प्रकार की कठोर कार्रवाइयों को नियमित रूप से अपनाएगा। यह संदेश पाकिस्तान और अन्य देशों को दिया गया है, जो आतंकवाद के पनाहगार बने हुए हैं और इसे खत्म करने में दिलचस्पी नहीं दिखाते।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब 'न्यूक्लियर ब्लैकमेल' को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा और किसी भी प्रकार के खतरों का सीधा और कठोर जवाब देगा। उन्होंने यह भी कहा, "जहां खून बहे, वहां पानी नहीं बह सकता," जो दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद और बातचीत को एक साथ नहीं देखेगा। यह बयान पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से दिया गया है, जो अक्सर आतंकवाद और बातचीत को साथ-साथ चलाने की कोशिश करता है।

ऑपरेशन सिंदूर में 'Made in India' हथियारों का उपयोग और उनकी प्रमाणिकता को भी प्रधानमंत्री ने महत्वपूर्ण बताया। यह कदम भारत की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है, जिससे भारत की रक्षा क्षमताओं में वृद्धि हुई है। इस अभियान में भारतीय सेना ने अपने स्वदेशी हथियारों का उपयोग किया, जो यह सिद्ध करता है कि भारत अब अपने रक्षा उद्योग में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो चुका है। इससे भारत की रक्षा क्षमता में और अधिक मजबूती आई है, और यह देश की सुरक्षा में विश्वास को बढ़ाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद और बातचीत को एक साथ नहीं देखेगा। उनका कहना था कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होता, तब तक कोई बातचीत संभव नहीं है। यह संदेश पाकिस्तान को स्पष्ट रूप से दिया गया है, जो अक्सर आतंकवाद और बातचीत को एक साथ चलाने की कोशिश करता है। इस नई नीति के तहत, भारत पाकिस्तान से स्पष्ट संदेश देना चाहता है कि जब तक आतंकवाद की समस्या हल नहीं होगी, तब तक कोई बातचीत नहीं हो सकती।

प्रधानमंत्री के इस संबोधन से यह साफ हो गया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त और निर्णायक कार्रवाई करेगा। भारत अब किसी भी प्रकार के दबाव या धमकी को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। इस नई नीति के तहत, भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और भी मजबूत बनाएगा और दुनिया को यह संदेश देगा कि आतंकवाद के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं होगी।

भारत की इस नई नीति का उद्देश्य सिर्फ आतंकवाद को समाप्त करना नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक दृष्टिकोण को बदलना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबोधन में यह भी कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी कड़ा रुख अपनाएगा और दुनिया से इस मुद्दे पर सहयोग की अपील करेगा। भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में अकेला नहीं रहेगा, बल्कि अन्य देशों से भी समर्थन प्राप्त करेगा।

इस प्रकार, प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को और भी मजबूत बनाता है। 'ऑपरेशन सिंदूर' अब केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि एक नीति बन चुका है, जो भारत के आतंकवाद विरोधी दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस अभियान के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह किसी भी स्थिति में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और इसके खिलाफ निर्णायक कदम उठाएगा।

प्रधानमंत्री के इस संबोधन से यह भी संकेत मिलता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा और भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाइयों को जारी रखेगा। भारत की यह नीति न केवल सुरक्षा दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देश की आत्मनिर्भरता और शक्ति को भी दर्शाती है।

अंततः, प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन ने यह साबित कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को और भी सख्त बनाएगा और इसके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा। 'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की नई नीति का प्रतीक बन चुका है, जो आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदमों को दर्शाता है।