NEET UG 2025 परीक्षा 5 मई 2025 को सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस बार देशभर से लगभग 24 लाख से अधिक छात्रों ने NEET परीक्षा दी, जो पिछले वर्षों के मुकाबले एक नया रिकॉर्ड है। ऐसे में अब सभी छात्र और उनके अभिभावक NEET UG 2025 के संभावित कट-ऑफ (NEET UG Expected Cut Off 2025) को लेकर बेहद उत्सुक हैं। कट-ऑफ मार्क्स यह तय करते हैं कि किसी छात्र को MBBS, BDS, BAMS जैसे मेडिकल कोर्स में सरकारी या निजी कॉलेज में एडमिशन मिलेगा या नहीं।
NEET UG 2025 संभावित कट-ऑफ: किस वर्ग के लिए कितनी कट-ऑफ हो सकती है
NEET UG 2025 की संभावित कट-ऑफ को लेकर शिक्षा विशेषज्ञों ने विश्लेषण करते हुए अलग-अलग वर्गों के लिए न्यूनतम क्वालिफाइंग स्कोर अनुमानित किए हैं। परीक्षा के कठिनाई स्तर और छात्रों की संख्या को देखते हुए इस बार की कट-ऑफ में थोड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। सामान्य वर्ग यानी जनरल कैटेगरी के लिए कट-ऑफ रेंज 720 से 162 तक हो सकती है। वहीं OBC, SC और ST वर्गों के लिए यह रेंज 161 से 127 तक रहने की संभावना है। दिव्यांग वर्ग यानी PH के लिए यह कट-ऑफ सामान्य वर्ग में 144 तक और OBC/SC/ST PH के लिए 127 तक जा सकती है।
NEET UG 2025 में कितने नंबर पर मिलेगा सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS
NEET UG की सबसे बड़ी चिंता छात्रों को यह होती है कि उन्हें कितने नंबर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलेगा। विशेषज्ञों की मानें तो यदि कोई छात्र सामान्य वर्ग से है और उसे 620 से ऊपर अंक प्राप्त होते हैं, तो उसके सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। वहीं OBC वर्ग के छात्रों को कम से कम 600 या उससे ऊपर अंक लाने की जरूरत होगी। SC वर्ग के लिए 520 से 550 अंक और ST वर्ग के लिए 480 से 520 अंक सुरक्षित माने जा सकते हैं।
पिछले साल की तुलना में इस बार की कट-ऑफ क्यों हो सकती है ज्यादा
NEET UG 2025 की परीक्षा में इस बार रिकॉर्ड 24 लाख से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा परीक्षा का कठिनाई स्तर भी तुलनात्मक रूप से आसान माना गया है। जब पेपर आसान होता है और ज्यादा छात्र अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो स्वाभाविक है कि कट-ऑफ मार्क्स बढ़ जाते हैं। यही कारण है कि इस बार की कट-ऑफ 2024 के मुकाबले थोड़ी ज्यादा जा सकती है।
NEET UG 2025 के कट-ऑफ को प्रभावित करने वाले मुख्य कारण
NEET UG की कट-ऑफ मार्क्स केवल छात्र की मेहनत पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि कई बाहरी कारण भी इस पर असर डालते हैं। सबसे बड़ा कारण है परीक्षा की कठिनाई। यदि पेपर कठिन होता है, तो कट-ऑफ नीचे जाती है, और अगर आसान होता है तो कट-ऑफ ऊपर जाती है। दूसरा महत्वपूर्ण कारण है कुल उम्मीदवारों की संख्या। जितने ज्यादा छात्र परीक्षा में बैठेंगे, मुकाबला उतना ज्यादा और कट-ऑफ उतनी ऊंची होगी। इसके अलावा सरकारी मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध सीटों की संख्या और पिछले वर्षों के ट्रेंड भी कट-ऑफ तय करने में भूमिका निभाते हैं।
NEET UG 2025 का परिणाम कब आएगा और इसके बाद क्या होगा
NEET UG 2025 का परिणाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा जून के पहले या दूसरे सप्ताह तक जारी किए जाने की संभावना है। जैसे ही रिजल्ट आएगा, उम्मीदवारों को उनकी ऑल इंडिया रैंक और स्कोर कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद शुरू होगी काउंसलिंग प्रक्रिया, जो दो स्तरों पर होती है—15% ऑल इंडिया कोटा और 85% राज्य कोटा। ऑल इंडिया कोटा के तहत AIIMS, JIPMER, AFMC जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सीटें मिलती हैं।
NEET UG 2025 काउंसलिंग कैसे होगी, जानिए पूरी प्रक्रिया
NEET UG 2025 काउंसलिंग मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा आयोजित की जाएगी। यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी जिसमें छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होगा, अपनी पसंद के कॉलेजों को चुनना होगा और फिर सीट अलॉटमेंट होगा। इस प्रक्रिया में छात्रों को अपनी कट-ऑफ रैंक, रिजर्वेशन कैटेगरी और उपलब्ध सीटों के आधार पर कॉलेज अलॉट किए जाएंगे।
कहां देखें NEET UG 2025 रिजल्ट और कट-ऑफ
NEET UG 2025 का रिजल्ट और कट-ऑफ मार्क्स आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा MCC की वेबसाइट mcc.nic.in पर काउंसलिंग की पूरी जानकारी मिलेगी। छात्र सलाह के लिए किसी आधिकारिक हेल्पलाइन या मेडिकल काउंसलिंग एजेंसी की वेबसाइट से संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष: तैयारी करें काउंसलिंग के लिए, रिजल्ट के तुरंत बाद न करें गलती
NEET UG 2025 की संभावित कट-ऑफ को जानना छात्रों के लिए बेहद जरूरी है, ताकि वे काउंसलिंग प्रक्रिया में अपने स्कोर के आधार पर सही निर्णय ले सकें। कट-ऑफ अनुमान से आपको कॉलेज चुनने में दिशा मिलती है। हालांकि, अंतिम निर्णय तो NTA द्वारा जारी आधिकारिक कट-ऑफ और रिजल्ट के बाद ही संभव है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप पहले से दस्तावेज तैयार रखें, वेबसाइट पर नजर बनाए रखें और काउंसलिंग के हर चरण को सावधानी से पूरा करें।