पाकिस्तान के झूठे दावे पर सीडीएस अनिल चौहान का करारा जवाब – सभी भारतीय पायलट सुरक्षित, परमाणु युद्ध की खबर भी फर्जी

हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने स्पष्ट और सख्त बयान दिया है। पाकिस्तान की ओर से यह दावा किया गया था कि उसने छह भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, लेकिन जनरल चौहान ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि भारतीय वायुसेना के सभी पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं और देश लौट आए हैं।

जनरल अनिल चौहान ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने यह झूठा प्रचार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने के लिए किया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने चीन और अन्य देशों से प्राप्त ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना की सतर्कता और ताकत के आगे ये सभी प्रयास असफल रहे। भारत ने अपने सभी विमानों को सुरक्षित रखा और ड्रोन हमलों को निष्फल कर दिया।



भारत की सेना ने इस दौरान सटीक और रणनीतिक तरीके से जवाबी कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान के कई सैन्य और सामरिक ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा। यह कार्रवाई पूरी तरह नियोजित और आधुनिक तकनीक के उपयोग के साथ की गई, जिससे पाकिस्तान को हवाई मोर्चे पर मुंह की खानी पड़ी। जनरल चौहान ने यह भी कहा कि भारत ने संघर्ष को नियंत्रित और सीमित रखा, ताकि हालात बेकाबू न हों।

इस पूरे घटनाक्रम पर तब और चर्चा तेज हो गई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक पुराना बयान फिर से सामने आया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने परमाणु युद्ध के मुहाने तक पहुंचा दिया था। इस दावे को भी सीडीएस अनिल चौहान ने सिरे से नकारते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी स्तर पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की कोई योजना नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने हमेशा शांति और संयम का परिचय दिया है और किसी भी हालात में अनावश्यक उकसावे में नहीं आया।

सीडीएस अनिल चौहान के इन बयानों से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि भारत की सुरक्षा नीति दृढ़, पारदर्शी और वैश्विक मानकों पर आधारित है। पाकिस्तान द्वारा किए गए झूठे दावों और गलत सूचनाओं का भारत ने मजबूती से खंडन किया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी यह संदेश दिया है कि भारत किसी भी प्रकार की सैन्य उकसावे की स्थिति में अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।

इस पूरे मामले में भारत की सैन्य तैयारियों, तकनीकी दक्षता और राजनीतिक परिपक्वता का एक बार फिर प्रमाण मिला है। भारतीय वायुसेना की दक्षता और सतर्कता ने यह साबित कर दिया है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है और दुश्मन की किसी भी साजिश को नाकाम करने की क्षमता रखता है।

यह घटनाक्रम न केवल पाकिस्तान के झूठे प्रचार को उजागर करता है, बल्कि भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होती सैन्य स्थिति को भी दर्शाता है। जनरल अनिल चौहान की साफगोई और तथ्यपरक बयानबाजी ने न केवल देशवासियों को सच्चाई से अवगत कराया, बल्कि विश्व समुदाय को भी यह दिखा दिया कि भारत जिम्मेदारी के साथ अपनी रक्षा नीति संचालित करता है और अफवाहों की राजनीति से ऊपर उठकर सच्चाई और तथ्य के साथ खड़ा रहता है।