दुबई में भारतीय केरल समुदाय ने पाकिस्तान क्रिकेटर्स का किया गर्मजोशी से स्वागत, शाहिद अफरीदी पर मोदी सरकार ने उठाया बड़ा कदम

दुबई में चल रहे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान एक भावुक और हैरान कर देने वाला दृश्य सामने आया जब भारत के केरल राज्य से ताल्लुक रखने वाले प्रवासी समुदाय ने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शाहिद अफरीदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह घटना उस समय हुई जब केरल कम्युनिटी के लोग एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में व्यस्त थे, लेकिन जैसे ही अफरीदी वहां पहुंचे, कार्यक्रम रोक दिया गया और लोग "Boom Boom" के नारे लगाने लगे। यह नाम अफरीदी को उनके आक्रामक बल्लेबाज़ी अंदाज़ के लिए दिया गया है।

यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और एक बार फिर से यह साबित हुआ कि क्रिकेट सीमाओं से परे जाकर लोगों को जोड़ने की शक्ति रखता है। भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से राजनीतिक और सैन्य तनाव रहा है, लेकिन क्रिकेट के मैदान पर या उससे बाहर ऐसे कई मौके देखने को मिलते हैं जब आम लोग एक-दूसरे के प्रति अपनापन दिखाते हैं। दुबई जैसे वैश्विक शहर में, जहाँ भारतीय और पाकिस्तानी दोनों ही बड़ी तादाद में बसे हैं, इस तरह की घटनाएं उम्मीद की एक किरण के रूप में देखी जाती हैं।



लेकिन इस सकारात्मक माहौल के बीच एक विवादित मोड़ तब आया जब शाहिद अफरीदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। उन्होंने इस हमले को "false flag operation" करार देते हुए भारत सरकार और भारतीय सेना की आलोचना की। उनके इस बयान के बाद भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए उनका YouTube चैनल भारत में बैन कर दिया।

Modi Government has banned Shahid Afridi's YouTube channel in India citing national security concerns. इसके साथ ही भारत ने 16 अन्य पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को भी ब्लॉक किया है, जिनमें Shoaib Akhtar, Rashid Latif और Basit Ali जैसे पूर्व क्रिकेटरों के चैनल भी शामिल हैं। भारत सरकार का कहना है कि इन चैनलों के ज़रिए भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है और यह देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा है।

यह पूरी घटना इस बात को उजागर करती है कि किस प्रकार खेल और राजनीति के बीच की रेखा अक्सर धुंधली हो जाती है। एक तरफ जहां आम जनता खासकर प्रवासी भारतीय, पाकिस्तानी क्रिकेटरों का स्वागत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक विवाद और बयानबाज़ी दोनों देशों के बीच तनाव को और हवा दे रही है। शाहिद अफरीदी पहले भी भारत के खिलाफ कई बार विवादित बयान दे चुके हैं, लेकिन इस बार उनका बयान सीधे तौर पर एक आतंकी हमले से जुड़ा था, जिससे भारत सरकार की प्रतिक्रिया और भी तीव्र हो गई।

इस पूरे प्रकरण में यह बात साफ हो जाती है कि सार्वजनिक मंचों पर की गई टिप्पणियों का प्रभाव सिर्फ व्यक्ति विशेष तक ही सीमित नहीं होता, बल्कि उससे देशों के आपसी रिश्तों पर भी असर पड़ता है। खासकर जब बात भारत और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील रिश्तों की हो, तो किसी भी मशहूर व्यक्ति द्वारा कही गई बात बड़ी राजनीतिक प्रतिक्रिया का कारण बन सकती है।

दुबई की घटना और अफरीदी का बैन यह दर्शाता है कि खेल चाहे जितना भी लोगों को जोड़ने का प्रयास करे, लेकिन जब तक राजनीतिक विचारधाराएं टकराती रहेंगी, तब तक इस जुड़ाव को स्थायीत्व मिलना मुश्किल है। इसके बावजूद उम्मीद की जाती है कि भविष्य में खेल और कल्चर के ज़रिए दोनों देशों के लोगों के बीच एक बेहतर समझ और आपसी सम्मान की भावना विकसित हो सकेगी।

👉 स्रोत लिंक: India blocks Afridi's YouTube over Pahalgam remarks