भारत की GDP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी: चौथी तिमाही में 7.4% की तेज़ी, जल्द बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

भारत की अर्थव्यवस्था ने एक बार फिर से पूरी दुनिया को चौंकाते हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) में 7.4% की उल्लेखनीय GDP वृद्धि दर्ज की है। यह दर विशेषज्ञों के पूर्वानुमानों से कहीं अधिक है और यह भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करती है। इस तेजी के पीछे निर्माण, विनिर्माण और सेवाओं के क्षेत्र का अहम योगदान माना जा रहा है। वित्त मंत्रालय और नीति आयोग ने भी इन आंकड़ों की पुष्टि करते हुए आने वाले वर्षों में भारत के और भी तेज़ गति से आगे बढ़ने की संभावना जताई है।

इस आर्थिक उपलब्धि के साथ ही नीति आयोग के सीईओ बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने घोषणा की है कि भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान प्राप्त कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत महज 2.5 वर्षों में जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत की यह प्रगति वैश्विक आर्थिक समीकरणों को नया आकार दे रही है और इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय साख में उल्लेखनीय इज़ाफा हो रहा है।



इस तिमाही में GDP की यह अभूतपूर्व वृद्धि भारत सरकार की सही आर्थिक नीतियों, उद्योगों को दिए गए समर्थन और निवेश प्रोत्साहनों का नतीजा है। वित्त मंत्री और नीति आयोग दोनों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 'न्यू इंडिया' की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। ‘न्यू इंडिया’ अब केवल एक नारा नहीं, बल्कि आर्थिक वास्तविकता बनता जा रहा है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा कि भारत आने वाले 30 वर्षों तक दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा और यह हमारे युवा, उद्योग और स्टार्टअप कल्चर के बल पर संभव होगा।

महा कुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों ने भी स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर अर्थव्यवस्था को गति दी है। लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही, होटल, ट्रांसपोर्ट और फूड इंडस्ट्री के माध्यम से व्यापक आर्थिक गतिविधियां हुईं, जिससे रोजगार और व्यापार को बढ़ावा मिला। इससे स्पष्ट होता है कि भारत की सांस्कृतिक विरासत भी उसकी आर्थिक मजबूती में योगदान दे रही है।

इस आर्थिक वृद्धि के साथ ही भारत में निवेशकों का विश्वास और मजबूत हुआ है। वैश्विक कंपनियां भारत को अपने निवेश का पसंदीदा गंतव्य मान रही हैं। आईएमएफ (IMF) और वर्ल्ड बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन भी भारत की वृद्धि दर की सराहना कर चुके हैं और इसे आने वाले वर्षों तक स्थिर और सकारात्मक बताया है।

अगर यही रुझान जारी रहा, तो भारत ना केवल GDP के पैमाने पर बल्कि तकनीकी, औद्योगिक और वैश्विक नेतृत्व के क्षेत्र में भी एक नई मिसाल कायम करेगा। भारत की यह आर्थिक छलांग दर्शाती है कि न्यू इंडिया अब वास्तव में ‘UNSTOPPABLE’ है।