आज के दौर में सोशल मीडिया हर किसी के जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। खासकर रील्स और शॉर्ट वीडियो का चलन इस कदर बढ़ चुका है कि लोग पब्लिक प्लेस तक को शूटिंग लोकेशन समझने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया जब एक युवती ट्रेन से उतरते ही प्लेटफॉर्म पर रील बनाने लगी और एक युवक ने गुस्से में आकर उसे धक्का दे दिया। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और बहस का मुद्दा बन गई कि क्या यह व्यवहार उचित था?
दरअसल, युवती रील बनाने में इतनी मशगूल थी कि उसने यह भी नहीं देखा कि वह कहां खड़ी है और कौन उसके पास से गुजर रहा है। युवक ने जब टोका कि “ये तमाशा करने की जगह है क्या?” तो उसकी बात में कहीं न कहीं सच्चाई भी थी। रेलवे स्टेशन जैसे भीड़-भाड़ वाले और संवेदनशील स्थान पर ऐसी गतिविधियाँ सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक हो सकती हैं।
आजकल रील बनाने की होड़ में लोग यह भूल जाते हैं कि पब्लिक प्लेस पर उनका हर एक्शन दूसरों को असुविधा पहुंचा सकता है। कुछ लोग इसे 'पैशन' कहते हैं, तो कुछ इसे 'प्रोफेशन'। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या इसका मतलब यह है कि हर जगह को स्टूडियो बना लिया जाए? सोशल मीडिया से कमाई करने का यह ट्रेंड अब एक बेतुका तमाशा बनता जा रहा है।
इस घटना ने यह भी दिखा दिया कि अब समाज में सब्र और मर्यादा की सीमाएं टूट रही हैं। जहां एक तरफ कुछ लोग इसे लड़की के साथ गलत व्यवहार मान रहे हैं, वहीं कुछ युवक की बात का समर्थन भी कर रहे हैं। अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इस तरह की पब्लिक जगहों पर रील बनाने पर कुछ पाबंदियाँ लगाएं, तो शायद लोगों की जिम्मेदारी भी तय होगी।
समस्या केवल रील बनाने की नहीं है, बल्कि उसके पीछे की सोच की भी है। जब तक लोगों को लाइक, शेयर और व्यूज के नशे से बाहर नहीं निकाला जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं आम होती जाएंगी। सोशल मीडिया को लोगों ने एक्सप्रेशन का माध्यम तो बना लिया है, लेकिन एक्सपोज़र और जिम्मेदारी का एहसास कहीं खो गया है।
रेलवे प्लेटफॉर्म, अस्पताल, मंदिर या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर रील बनाना अब आम हो गया है, लेकिन क्या यह सही है? सोशल मीडिया पर थोड़ी सी कमाई या लोकप्रियता पाने के लिए क्या हम अपनी मर्यादा और सामाजिक जिम्मेदारियों को ताक पर रख देंगे?
इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल कितनी समझदारी और मर्यादा के साथ करना चाहिए। वरना आने वाले समय में हर पब्लिक प्लेस एक तमाशा स्थल बनकर रह जाएगा।