उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यह भयावह घटना गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-29) पर बरहलगंज थाना क्षेत्र के गरथौली गांव के पास हुई, जहाँ एक बाइक और तेज़ रफ्तार SUV के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक पर सवार चार युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
मृतकों की पहचान सुनील कुमार, प्रद्युम्न कुमार, अरविंद कुमार और राहुल कुमार के रूप में हुई है। चारों युवक सिद्धूपार ग्राम सभा के गरथौली टोला के निवासी थे और किसी काम के सिलसिले में गोरखपुर शहर की ओर जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक सवार युवक ओवरलोड होकर यात्रा कर रहे थे और इसी दौरान एक तेज़ रफ्तार SUV ने सामने से टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर लगते ही दो युवक हवा में 20 फीट ऊपर तक उछल गए और अन्य दो गाड़ी के बोनट में फंसकर लगभग 100 मीटर तक घसीटते चले गए।
हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने सुनील, प्रद्युम्न और अरविंद को मृत घोषित कर दिया, जबकि राहुल कुमार ने जिला अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। राहुल की मृत्यु ने पूरे गांव को और अधिक शोकसंतप्त कर दिया क्योंकि उनकी सगाई अगले ही दिन यानी 1 जून को होने वाली थी। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
घटना के बाद SUV चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है। बरहलगंज क्षेत्राधिकारी मनोज कुमार पांडे ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए ड्राइवर की पहचान और गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं बल्कि ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और लापरवाही का नतीजा है। बाइक पर चार लोगों का सवार होना पहले से ही ट्रैफिक नियमों के विरुद्ध है, ऊपर से तेज रफ्तार वाहन चलाना और ओवरटेक करने का गलत प्रयास ऐसी घटनाओं को और भयावह बना देता है। इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सड़क पर जरा सी असावधानी किस तरह जिंदगी को हमेशा के लिए खत्म कर सकती है।
गोरखपुर की यह घटना पूरे प्रदेश के लिए एक चेतावनी है कि अब समय आ गया है जब सरकार, प्रशासन और आम जनता सभी को मिलकर ट्रैफिक नियमों के पालन पर विशेष ध्यान देना होगा। यदि समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसे हादसे हमारे समाज के युवाओं को यूँ ही लीलते रहेंगे और पीछे छूट जाएँगी केवल आँसू, मातम और अधूरे सपने।