भारतीय नौसेना तैयार है, जो वायुसेना ने शुरू किया उसे पूरा करने के लिए – राजनाथ सिंह का बड़ा बयान

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का हालिया बयान एक बार फिर देश की सुरक्षा नीति और पाकिस्तान को लेकर भारत के रुख को स्पष्ट करता है। उन्होंने भारतीय नौसेना के स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत का दौरा करते हुए यह कहा कि यदि पाकिस्तान कोई भी "दुष्ट कार्य" करने की कोशिश करता है, तो भारतीय नौसेना उसे करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि भारतीय नौसेना अब वह काम पूरा करने को तैयार है, जिसे भारतीय वायुसेना ने शुरू किया था। यह बयान स्पष्ट रूप से पाकिस्तान को एक कड़ी चेतावनी है।



राजनाथ सिंह ने यह टिप्पणी उस समय दी जब वे INS विक्रांत के डेक पर मौजूद थे। इस स्वदेशी विमानवाहक पोत को देखकर उन्होंने गर्व व्यक्त किया और कहा कि यह भारत की बढ़ती सामरिक शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय नौसेना की त्वरित तैनाती और ऑपरेशन ‘सिंदूर’ जैसे अभियानों ने दुनिया को दिखा दिया है कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी स्तर तक जा सकता है।

यह बयान उस समय आया है जब कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में एक आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस हमले में ज्यादातर लोग पर्यटक थे, और भारतीय एजेंसियों ने इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ बताया है। हालांकि पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है, लेकिन भारत का रुख साफ है।



रक्षा मंत्री ने INS विक्रांत से एक स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना अपनी पूरी शक्ति का प्रयोग करती, तो पाकिस्तान अब तक चार टुकड़ों में बंट चुका होता। उनके इस बयान को भारत के दृढ़ सैन्य दृष्टिकोण के रूप में देखा जा रहा है।

राजनाथ सिंह का यह बयान बताता है कि भारत अब रक्षात्मक नीति से आगे बढ़ चुका है और किसी भी खतरे का प्रबल और निर्णायक जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी तीनों सेनाएं—थल, वायु और नौसेना—आज पूरी तरह आत्मनिर्भर हो चुकी हैं और दुनिया की बेहतरीन सैन्य ताकतों में शामिल हैं।

इस संदर्भ में यह भी महत्वपूर्ण है कि उन्होंने कहा कि भारत ने अभी तक अपनी पूरी सैन्य ताकत का प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन यदि कोई भी देश या आतंकी संगठन भारत की सीमाओं या नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालता है, तो उसे इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा।

भारत की रणनीतिक दृष्टिकोण में अब स्पष्टता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की रक्षा नीति आक्रामक होते हुए भी जिम्मेदारी से परिपूर्ण है। राजनाथ सिंह के इस बयान से यह भी स्पष्ट हो गया कि भारत अब पुराने ढर्रे पर नहीं चलेगा, बल्कि हर हमले का जवाब ताकत और तकनीक के साथ देगा।

भारतीय नौसेना की बढ़ती ताकत और INS विक्रांत जैसे स्वदेशी जहाजों की तैनाती यह दर्शाती है कि भारत अब समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को लेकर और भी सजग हो गया है। यह एक सशक्त भारत की तस्वीर पेश करता है, जो केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर रहा है।

राजनाथ सिंह का यह बयान न केवल पाकिस्तान के लिए चेतावनी है, बल्कि भारतीय जनता के लिए भी यह भरोसे का प्रतीक है कि उनका देश हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। नई नीति, नई शक्ति और आत्मनिर्भर भारत के साथ अब दुश्मनों को सोचना होगा कि भारत से टकराने की कीमत क्या हो सकती है।