हाल ही में हुए ब्रोकोड रोस्ट शो में भारतीय स्टैंडअप कॉमेडी जगत के दो चर्चित नाम आमने-सामने आ गए। इस शो में कॉमेडियन ओंकार यादव ने अपने तीखे और राजनीतिक व्यंग्य से स्टेज पर मौजूद स्टैंडअप कॉमेडियन कुनाल कामरा को जमकर ट्रोल कर डाला। दर्शकों के सामने की गई इस "रोस्ट" ने न सिर्फ शो को चर्चा का विषय बना दिया बल्कि सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त हलचल मचा दी है।
शो का आयोजन मशहूर कॉमेडियन आशीष सोलंकी द्वारा किया गया था और इस दौरान कई चर्चित स्टैंडअप कॉमेडियन मंच पर मौजूद थे। लेकिन जो सबसे ज्यादा सुर्खियों में आया, वह था ओंकार यादव का धाकड़ प्रदर्शन। उन्होंने कामरा पर राजनीतिक पक्षपात और प्रभावहीन राजनीतिक कॉमेडी को लेकर जमकर तंज कसे।
ओंकार यादव ने अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा, "कुनाल कामरा सालों से राजनीतिक कॉमेडी कर रहे हैं, लेकिन आज तक एक भी इंसान को नहीं बदल पाए।" यह बयान दर्शकों के बीच हंसी की लहर तो लाया ही, साथ ही साथ कामरा की राजनीतिक प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल भी उठा दिया। इसके बाद उन्होंने कहा, "कामरा सबकी सुनते हैं, लेकिन काम सिर्फ कांग्रेस के लिए करते हैं।" इस टिप्पणी से यह साफ जाहिर था कि ओंकार यादव कामरा की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर निशाना साध रहे थे।
सबसे तीखा व्यंग्य तब देखने को मिला जब ओंकार यादव ने कहा, "कामरा को कश्मीरी पंडितों की पीड़ा दिखाई नहीं देती।" इस बयान के जरिए उन्होंने कामरा की राजनीतिक सलेक्टिव अप्रोच पर सवाल उठाया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कामरा केवल एक खास विचारधारा के मुद्दों को उठाते हैं और बाकी ज्वलंत विषयों को नजरअंदाज कर देते हैं।
इसके अलावा, ओंकार यादव ने कामरा के द्वारा पूर्व जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार के लिए प्रचार करने पर भी मजाक उड़ाया। उन्होंने दर्शकों को याद दिलाया कि कैसे कामरा ने एक बार खुलेआम कन्हैया कुमार के समर्थन में प्रचार किया था, लेकिन उससे कोई बड़ा राजनीतिक बदलाव नहीं आया।
यह रोस्ट सेशन दर्शकों को बेहद पसंद आया और सोशल मीडिया पर इसकी जमकर चर्चा हो रही है। एक यूज़र ने रेडिट पर लिखा, "ईमानदारी से कहूं तो पूरा शो 5/10 का था, लेकिन ओंकार यादव ने तो सच में धमाका कर दिया।" इस बयान से साफ है कि ओंकार यादव का प्रदर्शन न सिर्फ दर्शकों के दिल को भाया, बल्कि उन्होंने इस शो की पहचान भी बदल दी।
गौरतलब है कि हाल ही में कुनाल कामरा एक और विवाद में फंस गए थे जब उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी गाना बनाया था। इस गाने को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और बीएमसी ने उनके घर पर भी कार्रवाई की। ऐसे माहौल में ओंकार यादव का इस तरह का व्यंग्य कामरा पर और भी भारी पड़ा।
कुल मिलाकर, ब्रोकोड रोस्ट शो एक बार फिर यह दिखाने में कामयाब रहा कि स्टैंडअप कॉमेडी सिर्फ हंसी-ठिठोली नहीं, बल्कि तीखे सवाल और राजनीतिक व्यंग्य का भी मंच हो सकता है। ओंकार यादव ने इस शो में जो कहा, वह न सिर्फ दर्शकों के लिए मनोरंजन का स्रोत बना, बल्कि स्टैंडअप कॉमेडी में विचारधाराओं की टकराहट को भी उजागर कर गया।