मेकअप बना परेशानी की वजह: एयरपोर्ट पर महिला को चेहरा पहचान में न आने पर उतारना पड़ा मेकअप

हाल ही में चीन के शंघाई एयरपोर्ट से एक बेहद हैरान करने वाला और दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं। एक महिला यात्री को इसलिए इमिग्रेशन अधिकारी ने रोक लिया क्योंकि उसके चेहरे पर भारी मेकअप किया गया था, और उसका चेहरा पासपोर्ट में दी गई फोटो से मेल नहीं खा रहा था। महिला को अधिकारियों के कहने पर एयरपोर्ट पर ही अपना पूरा मेकअप साफ करना पड़ा, ताकि उसकी पहचान की पुष्टि की जा सके। यह घटना न केवल वायरल हो गई, बल्कि इसने यह सवाल भी खड़ा किया कि तकनीक और सौंदर्य प्रसाधनों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने "ब्राइडल-लेवल" यानी शादी जैसे भारी मेकअप के साथ यात्रा करने की योजना बनाई थी। लेकिन जब वह शंघाई एयरपोर्ट पर पहुंची और इमिग्रेशन काउंटर पर फेस स्कैनिंग मशीन से उसका चेहरा स्कैन किया गया, तो पहचान प्रणाली उसके चेहरे को पासपोर्ट के फोटो से मैच नहीं कर पाई। अधिकारियों ने शक के आधार पर महिला को रोका और उससे कहा कि वह तुरंत मेकअप हटा दे, ताकि उसकी असली पहचान सामने आ सके। एक अधिकारी ने उसे स्पष्ट रूप से कहा, "सब कुछ साफ करो जब तक कि तुम पासपोर्ट जैसी न दिखो।"

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिला को मेकअप हटाते हुए और अधिकारी को उसे डांटते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी मिली-जुली रही हैं। कुछ लोगों ने इसे हास्यास्पद बताया, तो कुछ ने अधिकारियों की कार्रवाई को सही ठहराया। वहीं, कई यूज़र्स ने यह भी कहा कि अत्यधिक मेकअप के कारण पहचान में समस्या आना स्वाभाविक है और इससे सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।

यह कोई पहला मामला नहीं है जब मेकअप की वजह से किसी यात्री को एयरपोर्ट पर रोका गया हो। इससे पहले ब्राज़ील की एक महिला मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर जनैना प्राज़ेरेस, जिन्होंने अपने लुक को बदलने के लिए लाखों रुपये खर्च किए थे, को भी एयरपोर्ट पर पहचान में कठिनाई के चलते रोक लिया गया था। इसी तरह मलेशिया में एक अभिनेत्री को बिना मेकअप के पासपोर्ट फोटो से अलग दिखने के कारण प्रवेश से रोक दिया गया था।

इन मामलों से यह स्पष्ट होता है कि चाहे वह मेकअप हो या कॉस्मेटिक सर्जरी, इनसे चेहरे की पहचान में बड़ी बाधा आ सकती है। आज के समय में जब एयरपोर्ट्स पर फेस रिकग्निशन तकनीक का व्यापक उपयोग हो रहा है, तो यात्रियों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे अपने पासपोर्ट फोटो को वास्तविकता के करीब बनाए रखें। यदि कोई व्यक्ति अपने लुक में बड़ा बदलाव करता है, तो उसे अपने पहचान पत्रों को भी अपडेट कराना चाहिए।

यह घटना न केवल मनोरंजक है बल्कि यह एक अहम सीख भी देती है। यात्रा करते समय अपने चेहरे की पहचान को इतना न बदलें कि तकनीक या अधिकारी भी आपको पहचानने से इनकार कर दें। क्योंकि एयरपोर्ट पर सुरक्षा सर्वोपरि होती है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है।