एयर इंडिया फ्लाइट AI171 का भीषण हादसा: भारत के विमानन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी

12 जून 2025 को भारत ने अपने विमानन इतिहास की सबसे दर्दनाक और भयावह घटना देखी, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, यह फ्लाइट अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के मात्र 5 मिनट बाद ही संकट में आ गई। पायलट ने इमरजेंसी कॉल दी और फिर विमान नियंत्रण खो बैठा। देखते ही देखते यह बोइंग 787–8 ड्रीमलाइнер अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास की इमारत पर जा गिरा।

इस हादसे ने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को झकझोर कर रख दिया है। विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के सवार होने की भी खबरें सामने आई हैं। यह स्पष्ट है कि हादसा अत्यंत भीषण था क्योंकि विमान में 1,80,000 लीटर फ्यूल मौजूद था, जो टकराने के साथ ही धमाके के रूप में फट पड़ा और चारों ओर तबाही मचा दी। इसके चलते न केवल विमान में सवार सभी यात्रियों की जान गई, बल्कि नीचे मौजूद मेडिकल कॉलेज के छात्र और स्थानीय निवासी भी इसकी चपेट में आ गए।



अब तक की जानकारी के अनुसार, हादसे में सभी 242 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है और जमीन पर भी कई लोगों की जान गई है। बताया गया है कि इस दुर्घटना में मेडिकल कॉलेज के कम से कम 5 छात्रों की मृत्यु हुई है और 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह भारत के अब तक के विमान हादसों में सबसे बड़ा बताया जा रहा है।

एयर इंडिया और विमानन मंत्रालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) और अन्य एजेंसियाँ दुर्घटना के कारणों की गहन पड़ताल कर रही हैं। शुरुआती अटकलों में तकनीकी खामी, पक्षियों की टक्कर (बर्ड स्ट्राइक) और मानवीय भूल जैसे संभावित कारणों को सामने रखा गया है, लेकिन अब तक कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्रालय ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने भी शोक प्रकट किया है। एयर इंडिया द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर और हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है ताकि मृतकों के परिवारजनों को पूरी सहायता मिल सके। अहमदाबाद के सभी प्रमुख अस्पतालों में आपातकालीन स्थिति लागू कर दी गई है और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं।

इस हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारी हवाई यात्रा वाकई सुरक्षित है? आधुनिक तकनीक और उन्नत विमानों के बावजूद इस तरह की दुर्घटनाएं क्यों हो रही हैं? एयर इंडिया की इस दुर्घटना ने बोइंग 787 जैसे विमान की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए हैं, जिसे अब तक बेहद सुरक्षित माना जाता था।

अब ज़रूरत है कि सरकार और विमानन कंपनियाँ न केवल इस दुर्घटना की निष्पक्ष जांच कराएं बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाएं। विमान की नियमित तकनीकी जांच, कर्मचारियों की पूरी ट्रेनिंग और हवाईअड्डों की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त बनाना होगा।

इस हृदय विदारक घटना ने देश को गहरे शोक में डाल दिया है। हम सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। यह समय है जब पूरा देश एकजुट होकर पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा हो और सरकार को मजबूर करे कि वह हवाई सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाए।