हनीमून मनाने चेरापूंजी पहुंचे इंदौर के नवविवाहित जोड़े का रहस्यमय तरीके से गायब होना बना चिंता का विषय

इंदौर के रहने वाले एक नवविवाहित जोड़ा, राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की रहस्यमय तरीके से मेघालय के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चेरापूंजी (सोहरा) से लापता होने की घटना ने पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। दोनों की शादी 11 मई 2025 को हुई थी और हनीमून मनाने के लिए वे 20 मई को मेघालय पहुंचे थे। लेकिन 23 मई को वे अचानक लापता हो गए। इस मामले को लेकर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं, और देशभर में सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाया जा रहा है



परिवार के अनुसार, 23 मई को आखिरी बार राजा और सोनम ने अपने परिवार से बात की थी। उसके बाद से दोनों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं। 24 मई को उनका किराए का स्कूटर सुनसान इलाके में चाबी लगे हुए पाया गया। वहीं पास में बैग और कपड़े भी मिले। इन चीजों के आधार पर स्थानीय पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया है। खोज अभियान में ड्रोन, स्निफर डॉग्स और स्पेशल ऑपरेशन टीम को लगाया गया है, लेकिन अभी तक दंपति का कोई सुराग नहीं मिला है।

परिवार ने जानकारी देने वाले को ₹5 लाख इनाम देने की घोषणा की है। इसी के साथ उन्होंने यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से संपर्क कर इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया। यह दबाव काम आया और राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक मामले को संज्ञान में लिया गया।

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने स्वयं इस मामले पर नजर रखी है और हर दिन पुलिस से रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस जोड़े को खोजने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और स्थिति की गंभीरता को समझते हुए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। वहीं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी मेघालय सरकार से दंपति की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी ने भी मेघालय के मुख्य सचिव और पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर कार्रवाई तेज करने को कहा है।

यह घटना पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। चेरापूंजी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, लेकिन इस तरह की घटनाएं वहां की व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं। सवाल यह भी है कि क्या मेघालय जैसे पर्यटन राज्य में पर्याप्त सुरक्षा उपाय मौजूद हैं? क्या वहां आने वाले पर्यटकों के लिए गाइड की व्यवस्था अनिवार्य नहीं होनी चाहिए?

यह मामला सिर्फ एक दंपति के लापता होने का नहीं है, बल्कि देश में पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था की वास्तविकता को उजागर करता है। अगर इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में ऐसे और भी मामले सामने आ सकते हैं। यह बेहद ज़रूरी है कि सरकारें मिलकर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस नीतियां बनाएं और तेजी से कार्रवाई करें।