👋 Join Us बिजयनगर ब्लैकमेल कांड: कोर्ट में पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी पर वकीलों ने किया हमला, पुलिस की सुरक्षा में भेजा गया जेल

बिजयनगर ब्लैकमेल कांड: कोर्ट में पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी पर वकीलों ने किया हमला, पुलिस की सुरक्षा में भेजा गया जेल

राजस्थान के अजमेर जिले के बिजयनगर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। यह मामला स्कूली छात्राओं के यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग से जुड़ा है, जिसमें अब तक कुल 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस कांड में मुख्य आरोपियों में से एक पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी को सोमवार को अजमेर की पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे पेशी के दौरान वकीलों के भारी विरोध और गुस्से का सामना करना पड़ा।



कोर्ट परिसर में जैसे ही पुलिस हाकिम कुरैशी को लेकर पहुंची, वकीलों ने उसे घेर लिया और उस पर हमला बोल दिया। कई वकीलों ने कुरैशी को थप्पड़ और लात-घूंसे मारे। पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए आरोपी को सुरक्षा घेरे में लेकर किसी तरह कोर्ट रूम तक पहुंचाया। इसके बाद कोर्ट ने हाकिम कुरैशी को 11 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।

इस पूरे मामले की शुरुआत 15 फरवरी को हुई, जब एक नाबालिग छात्रा ने बिजयनगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद दो और नाबालिग लड़कियों ने सामने आकर इसी तरह की आपबीती सुनाई। पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपी छात्राओं को बहला-फुसलाकर होटल और कैफे में ले जाते थे, जहां उनके अश्लील वीडियो बनाए जाते थे। इन वीडियो के जरिए उन्हें धमकाकर धर्म परिवर्तन और यौन शोषण के लिए मजबूर किया जाता था।



पूर्व पार्षद हाकिम कुरैशी पर आरोप है कि वह इस कांड का मुख्य सहयोगी था। पुलिस के अनुसार, वह छात्राओं को धमकाकर आरोपियों के पास पहुंचाता था और उनका साथ देता था। पुलिस ने कोर्ट में उसकी संपत्ति, लेन-देन और बैंक खातों की जानकारी भी पेश की। इससे साफ होता है कि यह साजिश बहुत योजनाबद्ध तरीके से की जा रही थी।

इस घटना के बाद पूरे अजमेर जिले में आक्रोश फैल गया। अजमेर, ब्यावर और भीलवाड़ा समेत कई जगहों पर लोगों ने बाजार बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों को फांसी देने की मांग की। ब्राह्मण समाज सहित कई संगठनों ने रैली निकालकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। बिजयनगर और आसपास के क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

पुलिस अब तक कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें से तीन नाबालिग हैं। पुलिस का कहना है कि यदि इस कांड में कोई और आरोपी सामने आता है तो उसे भी जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस मामले की जांच पूरी गंभीरता और सतर्कता से की जा रही है।

यह मामला न केवल एक आपराधिक साजिश है, बल्कि यह समाज में फैलते अपराधों और गिरते नैतिक मूल्यों का भी प्रतीक है। स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे अपराधियों को कानून के तहत कठोरतम सजा मिलनी चाहिए ताकि समाज में एक सशक्त संदेश जाए और भविष्य में कोई ऐसा दुस्साहस करने से पहले सौ बार सोचे। समाज को अब जागरूक होना होगा और ऐसी घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होना होगा।