आंध्र प्रदेश सरकार ने शिक्षा को प्रोत्साहन देने और माताओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ‘तल्लिकी वंदनम योजना’ की शुरुआत की है। यह योजना ना केवल बच्चों को पढ़ाई में बनाए रखने का माध्यम बन रही है, बल्कि महिलाओं को परिवार में सम्मान और आर्थिक संबल भी प्रदान कर रही है। हाल ही में एक मामला सामने आया जिसमें एक परिवार को 12 बच्चों के आधार पर कुल ₹1,56,000 की सहायता राशि प्राप्त हुई। यह उदाहरण इस योजना की व्यापकता और प्रभाव को दर्शाता है।
‘तल्लिकी वंदनम’ योजना के तहत राज्य सरकार हर साल स्कूल जाने वाले छात्रों की माताओं को प्रत्यक्ष लाभ के रूप में आर्थिक सहायता देती है। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल से न निकालें और उनकी पढ़ाई निरंतर जारी रख सकें।
इस योजना में हर बच्चे के नाम पर ₹15,000 की राशि स्वीकृत की जाती है, जिसमें से ₹13,000 सीधे बच्चे की मां के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं और ₹2,000 स्कूल विकास की आवश्यकताओं के लिए आरक्षित रहते हैं। यदि किसी परिवार में एक से अधिक बच्चे हैं, तो सभी बच्चों के नाम पर यह सहायता दी जाती है। यही कारण है कि उस परिवार को, जिसके 12 बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं, कुल ₹1,56,000 की सहायता राशि प्राप्त हुई है।
इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद नहीं, बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण भी है। राज्य सरकार ने योजना के माध्यम से अब तक 60 लाख से अधिक महिलाओं को लाभान्वित किया है। इससे यह साफ होता है कि यह योजना शिक्षा को जनआंदोलन का स्वरूप देने की दिशा में कार्य कर रही है।
इस योजना का एक विशेष पहलू यह भी है कि यह सिर्फ सरकारी स्कूलों तक सीमित नहीं है। जिन बच्चों की पढ़ाई किसी सहायता प्राप्त या मान्यता प्राप्त निजी स्कूल में हो रही है, वे भी इस योजना के अंतर्गत आते हैं। हालांकि, इसके लिए कुछ मानदंड तय किए गए हैं जैसे परिवार की आय सीमा, छात्र की न्यूनतम उपस्थिति, और आधार लिंक्ड बैंक खाता इत्यादि।
नीचे इस योजना की मुख्य विशेषताओं का सारांश तालिका के रूप में प्रस्तुत किया गया है:
विवरण | आंकड़े |
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योजना का नाम | तल्लिकी वंदनम योजना |
लाभार्थी | कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्र की माताएं |
प्रति छात्र सहायता राशि | ₹15,000 प्रतिवर्ष |
स्कूल विकास हेतु कटौती | ₹2,000 |
सीधे मां के खाते में राशि | ₹13,000 |
हालिया लाभार्थी उदाहरण | 12 बच्चों वाला परिवार |
उस परिवार को प्राप्त कुल राशि | ₹1,56,000 |
कुल लाभार्थी महिलाएं (2025 तक) | 60 लाख से अधिक |
योजना का कुल बजट (अब तक) | ₹8,745 करोड़ से अधिक |
यह योजना एक मजबूत सामाजिक और शैक्षिक बदलाव की नींव रख रही है। जब सरकार बच्चों की शिक्षा को सीधे माताओं से जोड़ती है, तो वह परिवार में निर्णय लेने की शक्ति महिलाओं को सौंपती है। इससे न केवल महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि बच्चों के भविष्य की दिशा भी तय होती है।
‘तल्लिकी वंदनम’ योजना यह संदेश देती है कि राज्य की उन्नति तभी संभव है जब महिलाएं शिक्षित, जागरूक और सशक्त हों। यह एक ऐसा उदाहरण है जिसे देश के अन्य राज्यों को भी अपनाना चाहिए, ताकि संपूर्ण भारत में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को नई ऊँचाई मिल सके।